रावी न्यूज चंडीगढ़/संगरूर
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिक सलाहकार और मालेरकोटला से कांग्रेस उम्मीदवार व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के पति पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के धमकी भरे लहजे में आपत्तिजनक बयान से पंजाब में राजनीतिक पारा चढ़ गया है। अपनी पत्नी के पक्ष में मालेरकोटला (संगरूर) में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुस्तफा का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में वह हिंदुओं को धमकी देते नजर आए। मामले में मोहम्मद मुस्तफा के खिलाफ आइपीसी की धारा 153 A (धर्म या समुदाय के विरुद्ध दुर्भावनापूर्ण कार्य या टिप्पणी करना) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, मुस्तफा ने सफाई दी है कि उन्होंने अपने भाषण में हिंदुओं नहीं बल्कि फितनों (उपद्रवी) शब्द का इस्तेमाल किया था। वायरल हुए वीडियो को लेकर भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मुस्तफा जिला व पुलिस प्रशासन को धमकी दे रहे हैं कि उनके (मुस्तफा) जलसे (जनसभा) के समीप हिंदुओं को चुनावी जलसा करने की इजाजत दी गई तो वह ऐसे हालात पैदा कर देंगे कि संभालने मुश्किल हो जाएंगे। भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट अशोक सरीन हिक्की ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कर मुस्तफा के खिलाफ केस दर्ज करने और उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट पर मोहम्मद मुस्तफा का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि वह घर में घुसकर मारने की बात कहते हैं। सभा न होने देने की धमकी देते हैं। कांग्रेस ने पंजाब में हिंदुओं के खिलाफ कैसा वातावरण बना रखा है, इस वीडियो से स्पष्ट हो जाता है। सबको समझ आ जाएगा कि क्यों सिद्धू साहब पाकिस्तान जाकर इमरान खान से गले मिलते हैं। मुस्तफा वोट नहीं, कौम के लिए लड़ने की बात कहते हुए हिंदुओं को चैलेंज करते हैं। यही वो नफरत है, जिसे खत्म करने के लिए भाजपा पंजाब के चुनावी रण में सबको साथ लेकर चलने की अवधारणा रखते हुए उतरी है। शेखावत ने लिखा कि पंजाबियत को सुरक्षित रखना है तो कांग्रेस की छत्रछाया में पनप रहे मोहम्मद मुस्तफा जैसे लोगों को मुख्यधारा से बाहर करना होगा। ये लोग देश के अंदर ही धार्मिक लड़ाई लड़ हिंदुओं को निशाना बना भारत की अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। आपत्तिजनक भाषा के साथ ही यहां कोविड-19 के प्रोटोकाल का भी पालन नहीं हो रहा। चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि मुस्तफा का बयान मुस्लिमों को भड़काने वाला है। यह जानबूझकर सौहार्द को भड़काने की कोशिश वाली कार्यवाही है। इस तरह हिंदुओं को डराकर वोट लिए जाएंगे। क्या यह कांग्रेस की धर्म निरपेक्षता है? शाजिया ने कहा कि यह बर्दाश्त के काबिल नहीं है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और नवजोत सिद्धू को इसका जवाब देना पड़ेगा। शाजिया ने कहा कि हम चुनाव आयोग से मुस्तफा की पत्नी का टिकट रद करने की मांग करेंगे। भाजपा के प्रदेश महासचिव सुभाष शर्मा ने भी कहा कि हिंदू भाईचारे के बारे में इस तरह घृणा वाली भाषा का इस्तेमाल करना बर्दाश्त के काबिल नहीं है। यह हिंदुओ और मुस्लिमों को बांटने वाली भाषा है।