रावी न्यूज चंडीगढ़
पंजाब की कांग्रेस की महिला ब्रिगेड पंजाब प्रदेश महिला अध्यक्ष बलवीर रानी सोढी के पक्ष में उत्तरी हुई साफ दिखाई दे रही है । जिसके चलते हुए आज पंजाब की लगभग 12 जिलों की महिलाओं की एक गुप्त मीटिंग हुई । जिसमें पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बलबीर रानी सोढी को टिकट न दिए जाने का महिलाओं ने बड़े स्तर पर रोष व्यक्त किया । गौरतलब है कि
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में सेक्टर 15, चंडीगढ़ में कांग्रेस भवन से नए अभियान “बेटी पंजाब की हक अपना जानती ” का शुभारंभ किया था। इस मौके पर नवजोत कौर सिद्धू, पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष बलवीर रानी सोढ़ी और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मीडिया इंचार्ज पंजाब अलका लांबा विशेष रूप से मौजूद रहीं। अभियान की शुरुआत करते हुए कांग्रेस आलाकमान द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर मीडिया से बातचीत करते हुए मीडिया में मौजूद वरिष्ठ महिला नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस हाईकमान पंजाब में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिसके चलते आज हम पंजाब की महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए “बेटी पंजाब की हक अपना जानती ” अभियान शुरू कर रहे हैं। इस अभियान के शुरू होने के बाद पंजाब के अंदर पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की सभी महिलाओं ने इसका पूरे जोश के साथ स्वागत किया और इस अभियान को घर-घर तक ले जाने के लिए काम करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष बलवीर रानी सोढ़ी द्वारा इस अभियान के शुभारंभ के बाद भरी सभाओं के दौरान महिलाओं के बीच कांग्रेस पार्टी के अभियान को मजबूत करने के लिए लगातार पंजाब भर के 17 जिलों का दौरा किया। लेकिन मौजूदा स्थिति यह है कि कांग्रेस पार्टी की महिलाओं के लिए कांग्रेस पार्टी का अपना अभियान महज नारों तक सिमट कर रह गया है । इसका मुख्य कारण यह है कि घोषित सूची में पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की एक भी महिला का नाम नहीं है। जिसके बाद पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की महिलाओं के बीच भारी विरोध हो रहा है। नाम न छापने की शर्त पर, लुधियाना से पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हाथी दांत खाने के लिए और दिखावा करने के लिए बहुत कुछ था।
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पंजाब प्रदेश महिला अध्यक्ष की नजरअंदाजी हम नहीं करेंगी बर्दाश्त – महिला कार्यकर्ता कांग्रेस
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, पंजाब प्रदेश महिला कांग्रेस की महिलाओं ने भी महिला अध्यक्ष को टिकट नहीं दिए जाने के विरोध में इस्तीफा देने का मन बना लिया है। महिला नेताओं का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान अगर उनके अध्यक्ष की अनदेखी कर रहा है तो भगवान ही उनके रक्षक हैं । विरोध करते हुए महिला नेताओं ने पूछा कि क्या सिर्फ नारे लगाने के लिए आलाकमान ने उन्हें रखा था। महिला ब्रिगेड का कहना है कि आलाकमान ने हमेशा कहा है कि महिलाओं को राजनीति में 40 फीसदी हिस्सा दिया जाएगा, लेकिन पहली सूची में ही कांग्रेस हाईकमान की इन खोखले वादों को फूंक निकल गई है।
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कागजों तक नहीं असल मायनों में किए जाएं अभियान लागू -कांग्रेस महिला ब्रिगेड
बठिंडा, पटियाला, जगराओं, फाजिल्का, लुधियाना, अमृतसर और तरनतारन समेत प्रदेश के 17 जिलों में से महिला ब्रिगेड ने मीडिया के जरिए कांग्रेस आलाकमान से अपील की है कि बंगा से महिला अध्यक्ष को टिकट दें ।नहीं तो हम सब इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं ।महिलाओं ने कहा कि पार्टी की तरफ से जो अभियान चलाए जाते हैं उनको सिर्फ कागजों तक सीमित न किया जाए बल्कि असल मायनों में उनको लागू किया जाए । यहां विचारणीय स्थिति है कि यदि कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब की महिला अध्यक्ष को टिकट नहीं दिया तो पंजाब में कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने वाली महिलाओं में निराशा बढ़ेगी और इसका खामियाजा आने वाले 2022 का विधानसभा चुनाव समय कांग्रेस पार्टी को भी भुगतना पड़ेगा।