रावी न्यूज गुरदासपुर
गुरदासपुर के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में वीरवार को ड्राइविंग ट्रेनिंग के टेस्ट दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ड्राइविंग ट्रैक पर री टेस्ट देने के लिए आए आवेदन करता है तो जब ट्रांसपोर्ट विभाग के कर्मचारियों ने टेस्ट देने के लिए कहा तो गाड़ी चलाते समय ब्रेक की बजाय एक्सीलेटर पर पैर रख दिया जिसके चलते गाड़ी ओवरस्पीड होकर सामने दीवार तोड़कर जिला लाइब्रेरी कार्यालय की तरफ चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गाड़ी की स्पीड इतनी ज्यादा हो गई कि गाड़ी में सवार व्यक्ति अपना संतुलन खो बैठा। कार्यालय में मौजूद लोगों ने भागकर गाड़ी में बैठे व्यक्ति को बाहर निकाला जबकि उसके दांत पर गहरी चोट आ गई इसके चलते उसे पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया।
खस्ताहाल गाड़ी का प्रयोग–
गुरदासपुर के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में सरकार की तरफ से ड्राइविंग टेस्ट ट्रेनिंग के लिए कोई भी सरकारी तौर पर गाड़ी मुहैया नहीं करवाई गई है जिसके चलते कार्यालय के बाहर बैठे दलाल ड्राइविंग ट्रेक टेस्ट के लिए अपनी गाड़ियां किराए पर देते हैं एक टेस्ट का किराया 200 रूपये वसूल किया जाता है। गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति का कहना है कि गाड़ी के एक्सीलेटर पर जैसे ही उसने पे रखा तो रेस दबी रह गई जबकि रेस दोबारा से ऊपर नहीं उठ पाई इसी वजह से उसकी गाड़ी ओवरस्पीड होकर दीवार में जा घुसी जिसके चलते दीवार टूट गई।
9 इंच मोटी दीवार टूटी–
उधर प्रत्यक्षदर्शियों में से रवि कुमार सोमराज महिला रामारानी बलविंदर सिंह आदि लोगों का कहना है कि चंडीगढ़ नंबर सीएच 0वी 7597 मारुति सुजुकी गाड़ी काफी खस्ता हालत है जिसके चलते यह गाड़ी कई बार इसी ट्रैक पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई है लेकिन बजाय इसके कार्यालय की अफसरशाही इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही कार्यालय में एक महीना पहले तो रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी की तैनाती ही नहीं हुई और अब जिस अधिकारी को यहां पर लगाया गया है वह 1 सप्ताह में केवल 1 दिन ही बैठते हैं। जिसके चलते बाकी के दिन कार्यालय में कोई भी सिस्टम नहीं रहता है।
— क्या कहते हैं अधिकारी
गुरदासपुर कार्यालय के सीनियर अधिकारी अनिल कुमार का कहना है कि ट्रैक पर हुआ हादसा महज एक दुर्घटना है, उन्होंने लोगों से अपील की कि ड्राइविंग की जानकारी रखकर ही ट्रैक पर टेस्ट देने के लिए आए।