रावी न्यूज दीनानगर (रजिंदर सैनी)
एसएसएम कॉलेज दीनानगर में प्रिंसिपल डॉ. आरके तुली की अध्यक्षता में पोस्ट ग्रेजुएट हिंदी विभाग द्वारा “पंजाब का हिंदी साहित्य को योगदान” विषय पर विस्तारक भाषण का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ सुनीता शर्मा उपस्थित हुए। सर्वप्रथम प्रिंसिपल डॉ.आरके तुली ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए उनके अध्ययन अध्यापन के योगदान पर प्रकाश डाला। प्रो. सुधीर रगबोत्रा ने पंजाब के समृद्ध हिंदी साहित्य पर दृष्टियात करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया। डॉ सुनीता शर्मा ने पंजाब की भौगोलिक, राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक पृष्ठभूमि पर विचार व्यक्त करते हुए पंचनद प्रदेश में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार की बात कही। वैदिक काल से लेकर दरबारी संस्कृति तथा रीतिकाल से आधुनिक काल तक हिंदी साहित्य की धारा पंजाब में प्रवाहित हुई है। आधुनिक काल में लाला लाजपत राय, पुरुषोत्तम दास टंडन, स्वामी श्रद्धानंद, चंद्रगुप्त विद्यालंकार, संतराम बीए, नवीन चंद्र राय, भगत सिंह, श्रद्धा राम फिल्लौरी, स्वामी केशवानंद का योगदान भी पंजाब के हिंदी साहित्य को अविस्मरणीय रहा है । अंत में प्रो.कंवलजीत कौर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। प्राचार्य महोदय द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ.राजन हांडा, प्रो सुषमा, प्रो. अमनजीत कौर, प्रो. रमनजीत, प्रो.नविता शर्मा, प्रो.आरती, प्रो.बलविंदर उपस्थित थे।