रावी न्यूज पठानकोट
शिवसेना के राज्य प्रमुख योगराज शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 5 जून को जो कल्लू कारा दिवस के दौरान दल खालसा और अन्य संगठनों की ओर से जो आज़ादी मार्च निकाला गया उसमें सरेआम बेखौफ खालीस्थान और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए यह सारा तमाशा प्रशासन मूक दर्शक बनकर देखाता रहा योगराज शर्मा ने कहा 1984 जैसा माहौल आज फिर पंजाब में देखने को मिल रहा है जब से पंजाब मे नई सरकार ने सत्ता संभाली है कोई दिन ऐसा नहीं निकला जिस दिन अप्रिय घटना को अंजाम ना मिला हो पहले पटियाला के अंदर 29 अप्रैल को घटना होती है फिर 29 मई को सिद्धू मुझसेवाले का पंजाब में गोलियों से छलनी कर कर कत्ल कर दिया जाता है फिर 5 जून को दल खालसा की ओर से आजादी मार्च निकाला जाता है उसमें कानून को ताक पर रखकर सारी हदें पार कर जाती और 6 जून को श्री अकाल तख्त साहिब के प्रांगण में खाली स्थान के नारे लगाए जाते हैं और अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह सिखों के नाम संदेश जारी करके कहते हैं कि शूटिंग रेंज खोलकर सरेआम सिखों को दी जाएगी हथियार चलाने की ट्रेनिंग ऐसे बयानों से लगता है की यह लोग फिर से दंगे भड़काने की फिराक में है राज्य प्रमुख योगराज शर्मा ने अगर यह लोग शूटिंग रेज खोलकर हथियार चलना सिखाएंगे तो हम अपने बच्चों को बांसुरी बजाना थोड़ी सिखाएंगे अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह द्वारा ऐसे बयान जारी करना पंजाब में चिंता का विषय है योगराज शर्मा ने कहा कि मैं केंद्र सरकार ओर देश के प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं की वह समय आ गया है के पंजाब के अंदर शीघ्र राष्ट्रपति शासन लगाया जाए नहीं तो पंजाब के हालात इतने बिगड़ जाएंगे कि पंजाब को संभालना मुश्किल होगा