रावी न्यूज पठानकोट
कुछेक निजी स्कूलों की ओर से मनमर्जी से फीस बढ़ाई गई है। इसके अलावा तय दुकानों से किताबें खरीदने को कहा जा रहा है। उक्त समस्याओं से फिलहाल अभिभावकों तथा विद्यार्थियों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। बुधवार को एक स्कूल की शिकायत विभाग को मिली है। इसमें किसी खास वेंडर से अभिभावकों को किताबें खरीदने के लिए विवश करने का आरोप एक निजी स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए हैं। शिकायत मिलने के बाद नोडल अफसर कम डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया ने इसके लिए टीम को हिदायत कर दी है कि इसकी सूचना उन्हें अगले 24 घंटे में उपलब्ध करवाई जाए। इसके साथ ही जिन स्कूल मुखियों तथा हेड टीचरों की निजी स्कूलों की पड़ताल करने में ड्यूटी लगाई गई है, उनसे भी प्रतिदिन की रिपोर्ट ली जा रही है। नोडल अफसर की मानें तो इसकी क्रास वेरिफिकेशन भी की जा रही है।
उन्होंने बताया गया है कि आगामी दिनों में चंडीगढ़ से एक विशेष टीम भी गुपचुप तरीके से आकर अपने स्तर पर जांच करेगी। कुछेक स्कूल सरकार के आदेशों से पहले ही कर चुके हैं मनमानी सरकार की ओर से जारी पत्र के अनुसार यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी निजी स्कूल किताबें तथा वर्दियां चारदीवारी के भीतर नहीं बेचेगा और न ही किसी खास दुकान से खरीदने के लिए विद्यार्थियों को बाध्य करेगा, लेकिन इस पत्र के जारी होने से पहले ही जिन स्कूलों ने फरवरी में नान बोर्ड कक्षाओं के नतीजे घोषित किए थे, उनकी ओर से आगामी वर्ष के सेशन को शुरू कर दिए गए थे। वर्दियां तथा किताबें किसी खास दुकान से खरीदने की प्लानिग उनकी पहले ही पूरी तरह से सफल हो चुकी थी। बड़ी संख्या में निजी स्कूलों ने तैयार नहीं की वेबसाइट, कहां से रिकार्ड लेगा विभाग
जिले भर में आईसीएसई बोर्ड के दो, सीबीएसई बोर्ड से संबंधित स्कूलों की संख्या 10 के करीब तथा बड़ी संख्या में अन्य प्राइवेट स्कूल हैं। शिक्षा विभाग की ओर से प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए भले ही सख्त हिदायतें जारी कर दी गई हों तथा प्रमाणित बोर्ड के सिलेबस को पढ़ाने के लिए अनिवार्य करने का रिकार्ड वेबसाइट पर लोड करने के लिए कहा गया हो, लेकिन विडंबना यह है कि जिले में बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल ऐसे हैं जोकि गलियों में चल रहे हैं तथा उनकी द्वारा वेबसाइट तक तैयार नहीं की गई है। ऐसे में एक सप्ताह के भीतर रिकार्ड एकत्र करना विभाग के लिए किसी चुनौती से कम न होगा। करना होगा आदेशों का पालन, अन्यथा रद कर दी जाएगी मान्यता : डिप्टी डीईओ
डिप्टी डीईओ एवं जांच कमेटी के नोडल अधिकारी राजेश्वर सलारिया का कहना है कि सरकार की हिदायतों का पालन करवाने के लिए टीमों का गठन किया जा चुका है। जिला भर के समूह प्राइवेट स्कूलों को इनकी इन-बिन पालना को यकीनी बनाना होगा। यदि पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन आते प्राइवेट स्कूलों ने इसका पालन नहीं की तो उनकी आरटीई के तहत मान्यता रद कर दी जाएगी। वहीं सीबीएसई बोर्ड की मान्यता रद करवाने के लिए सरकार को लिखा जाएगा।